Thursday, August 25, 2011

GandhiVs Anna

सरकार की सब चालें हुई बेकार .
जनलोकपाल बिल के लिए अन्ना ने भरी हुंकार.
रामलीला मैदान से उठाया है सवाल .
सारे देश अन्ना अन्ना हो गयी मच गया धमाल 
डटे रहो अन्ना  डटे रहो साथ में हैं किरण केजरीवाल .
गाँधी जी के साथी वन्केट खोल रहे पुराना पन्ना .
 गाँधी से आगे निकल गए अन्ना .
 कोई कहता कौन है अन्ना कोई कहता गलत है अन्ना .
 धरती में उतर आया ऋषि हैं अन्ना
 लोकपाल की रस्साकस्सी में भरी पड़ते अन्ना .
 दिन से है भूखे जीवन दाव पर लगाये अन्ना  .
 कभी इधर तुम्हारा जनलोकपाल  .
 कभी उधर हमारा मजबूत लोकपाल
 संवेदनशील थे अंग्रेज सुनते गाँधी के सवाल .
 संवेदनहीन हैं भ्रस्टाचार  में लीन हैं ये मचाते बबाल .
 कभी संसद कभी सर्व दल बैठक नए बनते हालचाल .
 है अन्ना जगाया तुमने जन को
 देश उठने लगा सवाल .




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