Wednesday, May 30, 2012

LOKPAL

भ्रष्टाचार

सबै छ्न लाचार ,
मिटुण छु भ्रष्टाचार.
सरकारक  सब चाल,
 है गैंई बेकार.
जन लोकपालै कि लिजि ,
अन्नाल भरि हैलि हुंकार ,
 दिल्लीक  राम लीला मैदान,
उठिगो  भ्रष्टाचार क सवाल,
सार देश अन्ना अन्ना है गै,
मचि गो धमाल,
डटि रओ अन्ना दगडी छ्न ,
 भारताक आम  जन  .
दक्छिण  बै  गांधी ज्यूक दगडि ,
श्री वैंकट के  कुनैई ,
गांधी है बेर अन्ना ,
आघिल नै गैंई .
विशिष्ट  जन  कुनैई,
 को छु अन्ना, भ्रष्ट छु अन्ना,
 आम जन भारताक कुनैई,
 मैं छु अन्ना मैं छु अन्ना.
कैभै कुनै  छन,
तुमर जन लोक पाल,
कैभै कुनै छन,
 हमर मजबूत लोक पाल .
संवेदनशील छी अंग्रेज,
सुण छी गांधी ज्यूक सवाल.
य संवेदनहीन भ्रष्टाचार में लीन,
मचै सकनि बबाल ,
कभै संसद कभै संविधान ,
 नई नई लागनैई ल्याख.
जगै हैलि अन्नाल  सब जन ,
सार देश लागणै लागि जाग.     

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